उनकी मुस्कान सिर्फ़ लुभाने की थी,
मुस्कान ख़ुद को खुश दिखाने की थी,
मुझे ही गयी बेवजह मुहोब्बत उनसे,
मुहोब्बत उनकी सिर्फ़ मुझे रुलाने की थी।
राही
www.ambikaraheeshayari.blogspot.in
उनकी मुस्कान सिर्फ़ लुभाने की थी,
मुस्कान ख़ुद को खुश दिखाने की थी,
मुझे ही गयी बेवजह मुहोब्बत उनसे,
मुहोब्बत उनकी सिर्फ़ मुझे रुलाने की थी।
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