मेरी मुहोब्बत तुझसे रूह की थी


मेरी मुहोब्बत तुझसे रूह की थी,
जरूरी थे जैसे जीने में साँस की थी,
महसूस करता हूँ हर जगह तुझे,
तेरी जगह मेरे दिल मे ख़ुदा सी थी।
अम्बिका राही
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