मेरे दिल के समंदर तू इतना शांत क्यूं है,
तूफान है तू कुछ खो जाने से उदास क्यूं है,
अपनी धुन में, तू हर पल मुस्करा ये दिल,
तड़प उठे वो भी तेरे चेहरे पर मुस्कान क्यूं है।
अम्बिका राही
www.ambikaraheeshayari.blogspot.in
मेरे दिल के समंदर तू इतना शांत क्यूं है,
तूफान है तू कुछ खो जाने से उदास क्यूं है,
अपनी धुन में, तू हर पल मुस्करा ये दिल,
तड़प उठे वो भी तेरे चेहरे पर मुस्कान क्यूं है।
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