अम्बिका राही शायरी on July 19, 2017 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps मेरी हर नादानी माफ कर देते मेरे आंसू देख खुद भी रो देते गले लगाकर मुझे सहारा देते जब वो मुझे दिमाग से नही दिल से प्यार देते राही Comments
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