उनकी यादों से दूर कहीं जा नही पाते,
उलझ कर यादों में बिना तड़पे रह नही पाते,
पीछा करती है उनकी यादें साया बनकर,
साथ हमेशा रह कर भी कुछ कह नही पाते।
राही
www.ambikaraheeshayari.blogspot.in
उनकी यादों से दूर कहीं जा नही पाते,
उलझ कर यादों में बिना तड़पे रह नही पाते,
पीछा करती है उनकी यादें साया बनकर,
साथ हमेशा रह कर भी कुछ कह नही पाते।
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