काश हर वक्त उनके बाँहों का सहारा होता
काश मेरे सांसों पर भी हक़ हमारा होता
दुल्हन बन कर यदि जीवन भर साथ रहते
मेरे पास दुःख और दर्द का ठिकाना न होता
अम्बिका राही
www.ambikaraheeshayari.blogspot.in
काश हर वक्त उनके बाँहों का सहारा होता
काश मेरे सांसों पर भी हक़ हमारा होता
दुल्हन बन कर यदि जीवन भर साथ रहते
मेरे पास दुःख और दर्द का ठिकाना न होता
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