अम्बिका राही शायरी

कुछ लोग मेरी खुशियों को सताते रहे

हम नादान बन उन्हें हर पल हँसाते रहे

एक वक्त आया जब मेरा दिल टूटा

सब तलासते रहे मुझको हम अपना मुंह छुपाते रहे

अम्बिका राही

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