Ambika rahee shayari on April 08, 2017 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps रो रोकर गुजारी हमने रात ऐसे हो रही रिमझिम बरसात जैसे कहीं भी जाऊँ यादें हर वक्त सताती है हवाओ में आती है तुम्हारी आवाज जैसे अम्बिका राही www.ambikaraheeshayari.blogspot.in Comments
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