अम्बिका राही शायरी

प्यार में उनके खुद को सता रहे है

जिंदगी का हर दर्द हँस कर उठा रहे है

वो आयी क्यों थी मेरे जिंदगी के दरवाजे पर

दिल के दरवाजे को खोल कर तेरा इंतेजार कर रहे है

अम्बिका राही

www.ambikaraheeshayari.blogspot.in

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