अम्बिका राही शायरी

तुम्हारी यादों में नींद कहीं गुम हो गयी है

आज न देखकर तुझको आँख नम हो गयी है

कितनी चाहत है तुझसे ऐ मेरी जिंदगी

तेरी तस्वीर देखकर रात गुजारी सुबह अब हो गयी है

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