आज उनके दीदार को तरस रहा हूँ
दिल से रो रहा हूँ चेहरे से छुपा रहा हूँ
उनकी मुहोब्बत ने मेरा क्या हाल बनाया है
वो बहुत याद आ रहे है जब उनको भुला रहा हूँ
अम्बिका राही
www.ambikaraheeshayari.blogspot.in
आज उनके दीदार को तरस रहा हूँ
दिल से रो रहा हूँ चेहरे से छुपा रहा हूँ
उनकी मुहोब्बत ने मेरा क्या हाल बनाया है
वो बहुत याद आ रहे है जब उनको भुला रहा हूँ
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