काश के सुबह मेरी आँख न खुले
खुश रहूँगा प्यार न सही मौत तो हुए
मेरी बची साँस उनके नाम कर देना खुदा
जो जिंदगी में मेरा होकर भी मेरा नहीं हुए
अम्बिका राही
www.ambikaraheeshayari.blogspot.in
काश के सुबह मेरी आँख न खुले
खुश रहूँगा प्यार न सही मौत तो हुए
मेरी बची साँस उनके नाम कर देना खुदा
जो जिंदगी में मेरा होकर भी मेरा नहीं हुए
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