मेरा भी क़सूर था उनका भी क़सूर था
इस दुनिया में हम दोनों का प्यार करना कसूर था
किसी को समझ नहीं आयी मेरी मुहब्बत
क्योकि हर कोई नफ़रत से भरा हुआ और प्यार से बहुत दूर था
अम्बिका राही
www.ambikaraheeshayari.blogspot.in
मेरा भी क़सूर था उनका भी क़सूर था
इस दुनिया में हम दोनों का प्यार करना कसूर था
किसी को समझ नहीं आयी मेरी मुहब्बत
क्योकि हर कोई नफ़रत से भरा हुआ और प्यार से बहुत दूर था
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