Ambika rahee shayari

मेरा भी क़सूर था उनका भी क़सूर था

इस दुनिया में हम दोनों का प्यार करना कसूर था

किसी को समझ नहीं आयी मेरी मुहब्बत

क्योकि हर कोई नफ़रत से भरा हुआ और प्यार से बहुत दूर था

अम्बिका राही

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