गुमनाम नहीं हूं मैं राधा ने मुझे मशहूर किया है
इंतकाम नहीं मैंने तो सिर्फ उन्हें प्यार किया है
खुदा माना है हमने वह मेरी सांसो में रहते हैं
परस्तिश करता हूं मुझे जीने की उसने वजह दिया है
अंबिका राही
www.ambikaraheeshayari.blogspot.in
गुमनाम नहीं हूं मैं राधा ने मुझे मशहूर किया है
इंतकाम नहीं मैंने तो सिर्फ उन्हें प्यार किया है
खुदा माना है हमने वह मेरी सांसो में रहते हैं
परस्तिश करता हूं मुझे जीने की उसने वजह दिया है
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