Shayari on January 11, 2017 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps तेरे साथ चलकर मुझे चलने का हुनर आया जब ठोकर दिया तुमने तो संभलने का हुनर आया बहुत कोशिश की हमने तुम्हें भुलाने की फिर भी आज खुद को तेरी यादों के साथ पाया अंबिका राही Comments
Comments
Post a Comment