गम शायरी राधा

तेरी यादों का मौसम इस कदर आया है

नींद खुलते ही जैसे काली घटा सा छाया है

मेरे सपनों में मेरी हकीकत में राधा हर जगह तेरा साया है

सुबह-सुबह ही तेरी कमी ने मुझको रुलाया है

अंबिका राही

www.ambikaraheeshayari.blogspot.com

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