अंबिका राही शायरी on January 22, 2017 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps उनके सामने हर बात भूल जाता हूं उनसे जो भी कहना है इसीलिए लिखकर आता हूं हर रोज सोचता हूं उन्हें एक खत दे दूं मगर हर बार उनकी आंखों में डूब जाता हूं अंबिका राही Comments
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