अंबिका राही शायरी on January 18, 2017 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps काश ओ मेरी खामोशी को सुन पाते मेरी मोहब्बत वो आंखों में पढ़ पाते मेरी सांसे हमेशा उनका नाम लेती है अगर सुन पाते तो मुझसे दूर न जाते अंबिका राही www.ambikaraheeshayari.blogspot.in Comments
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