क्यों देते हैं धोखा हमेशा मुझको लोग
चाकू चलाते हैं अक्सर मेरी भावनाओं को लोग
कैसी किस्मत बनाई है तूने ए खुदा
गले मिलकर भी दिल से नहीं मिलते है लोग
अंबिका राही
www.ambikaraheeshayari.blogspot.in
क्यों देते हैं धोखा हमेशा मुझको लोग
चाकू चलाते हैं अक्सर मेरी भावनाओं को लोग
कैसी किस्मत बनाई है तूने ए खुदा
गले मिलकर भी दिल से नहीं मिलते है लोग
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