Ambika rahee shayari

राधा जैसी कोई तलाश रही थी मेरी आंखें

जैसे फूल नहीं मिलता कहीं बबूल की शाखें

खुदा पर मेरा यकीन है अब भी

वह जरूर पूरा करेगा मेरे दिल में जो भी है आसे

Ambika rahee

www.ambikaraheeshayari.blogspot.in

Comments