शायरी

मेरे जीने की खास वजह हो तुम

जिस पर मैं मिट गया वह प्यार हो तुम

कितनी भी दूर चली जाओ मुझसे

आंखे बंद करने पर मुझे सामने पाओगे तुम

अंबिका राही

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