प्यार शायरी

पता नहीं चला कब दोस्ती प्यार में बदल गई

पर्वाह न थी पहले अब इंतजार आंखों में हो गई

तेरी राह देखता हूं तुझे देखने के लिए हर रोज

इस कदर तुझ पर बेपनाह मोहब्बत जाग गई है

अंबिका राही

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