प्यार शायरी on December 28, 2016 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps पता नहीं चला कब दोस्ती प्यार में बदल गई पर्वाह न थी पहले अब इंतजार आंखों में हो गई तेरी राह देखता हूं तुझे देखने के लिए हर रोज इस कदर तुझ पर बेपनाह मोहब्बत जाग गई है अंबिका राही Comments
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